Sachcha Pyar Shayari in Hindi | सच्चा प्यार करने वाली शायरी
Sachcha Pyar Shayari in Hindi | सच्चा प्यार करने वाली शायरी | Sache Pyar Par Shayari Hindi | सच्चा प्यार स्टेटस इन हिंदी | Sacha Pyar Shayari in Hindi | जान से ज्यादा प्यार करने वाली शायरी.
Sachcha Pyar Shayari in Hindi
शायरियाँ पूरी लिख दी पर कोई नाम ना दिया,
उन्होंने भी पढ़कर वाह वाह की पर कोई पैगाम ना दिया…
पाना और खोना तो किस्मत की बात है,
मगर चाहते रहना तो अपने हाथ में है।
जरा छू लूँ तुमको कि मुझको यकीं आ जाये,
लोग कहते हैं मुझे साये से मोहब्बत है।
मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ,
बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ।
दर्द के फूल भी खिलते हैं बिखर जाते हैं,,,
ज़ख़्म कैसे भी हों कुछ रोज़ में भर जाते हैं…
हर रोज़ करते है तुम्हारे लौट आने की तमन्ना,
इसलिए दिन रात रहने लगे अब चौकन्ना..
हमे कहाँ मालूम था की इश्क होता है क्या…..
बस एक तुम मिले और ज़िन्दगी मोहब्बत बन गयी…..
ढले जो शाम बहाने तलाश करते हैं,,,
यह अश्क फिर तेरे शाने तलाश करते हैं…!!!
कोई मेरी मोहब्बत को देखे मुझे कोई ऐतराज नहीं
मेरी मोहब्ब्त भी उसे पलटकर देखे , वह मेरा प्यार नहीं
कई थे अहल-ए-तलब लाख ख़ूबियों वाले,,,
हमारी हिस्से में इक शख़्स बे-मिसाल आया…!!!
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है |
मिज़ाज़ अपना कुछ ऐसा बना लिया हमने,
किसी ने कुछ भी कहा, बस मुस्करा दिया हमने।
काश तू मेरी आँखों का आँसू बन जाए,
मैं रोना ही छोड़ दूँ तुझे खोने के डर से।
मेरी गुस्ताखियों को तुम माफ़ करना ऐ दोस्त,
मै तुम्हें तुम्हारी इजाजत के बिना भी याद करती हूँ |
तारीफ खुद की करना फ़िज़ूल है,
ख़ुशबू खुद बता देती है की कौन सा फूल है।
मंजिल का नाराज होना भी जायज था,
हम भी तो अजनबी राहों से दिल लगा बैठे थे।
मत खाओ कसमे सारी ज़िन्दगी साथ निभाने की,
हम ने साँसो को भी जुदा होते देखा है।
गलत सुना था कि मोहब्बत आँखों से होती है,
दिल तो वो भी चुरा लेते हैं जो पलकें नहीं उठाते।
मौत ने आँखें मिलाई थी कई बार मुझसे,
पर तेरा दीवाना किसी और पे मरता कैसे।
जिंदगी में कुछ ऐसे लोग भी मिलते है,
जिन्हें हम पा नहीं सकते सिर्फ चाह सकते हैं।
दिल अधूरी सी कहानियों का अंत ढूंढता रहा,
और वो कोरा पन्ना मुझे देर तक घूरता रहा।
खुश हूँ कि मुझको जला के तुम हँसे तो सही,
मेरे न सही किसी के दिल में बसे तो सही।
उठा लो दुपट्टे को ज़मीन से कहीं दाग़ न लग जाए,
पर्दे में रखो चेहरे को कहीं आग न लग जाए।
एक खूबसूरत सा रिश्ता यूँ खतम हो गया,
हम दोस्ती निभाते रहे और उसे इश्क हो गया |
पास आने की ख्वाइशें तो बहुत थी मगर
पास आकर पता चला मोहब्बत फासलों में है |
वो शख्स मेरे हर किस्से कहानी में आया,
जो मेरा हिस्सा होकर भी मेरे हिस्से ना आया |
सच्चा प्यार करने वाली शायरी
खुदा कभी किसी पे फ़िदा न करे,……
अगर करे भी तो कभी कयामत तक जुदा न करे।
मुझे भी पता है तुम मेरे नहीं हो,
इस बात का बार बार एहसास मत दिलवाया करो |
किसी ने पूछा अकेली हो,मैंने कहा नहीं
मैं अकेली कहा, मैं मेरी तन्हाई और ढेर सारा अँधेरा हैं।
बहुत नजदीक से गुजरे वो बेखबर बनकर,..
कल तलक साथ थे जो मेरे हमसफर बनकर…..
अगर मेरे नाम से कभी दिल धड़क उठे तुम्हारा
तो समझ लेना इश्क सच्चा था हमारा |
चाहते इस दिल की कभी मुकम्मल न हुई,
कभी तुम्हें पाने की थी कभी तुमसे दूर जाने की |
राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो,…..
मेरे सुख और दुख को बांटने वाले हमसफर भी
तुम ही हो……
तेरा आना भी कमाल ,तेरा जाना भी कमाल था
और तेरे बिना मेरा इस महफ़िल को सजाना भी कमाल था।
मेरे हँसते हुए लहज़े से धोखा खा रहे हो तुम,
मेरा उतरा हुआ चेहरा दिखाई क्यूँ नहीं देता |
बस एक आखरी रस्म चल रही है हमारे दरमियाँ
एक दूसरे को याद तो करते हैं पर बात नहीं करते |
एक शख्स मुद्दतों से मेरे दिल में छुपा रहा
लेकिन मै शहर शहर उसे ढूंढता रहा |
मोहब्बत का सफर अब खतम ही समझो
उसकी बातों से बेवफाई की बू आने लगी है |
ख़ामोश आँखों में और कितनी वफ़ा रखूँ,
तुम को ही चाहूँ और तुम्हीं से फासला रखूँ |
सब सो गए अपने अपने दिल का हाल सुनाकर
काश कोई तो होता जो पूछता तुम क्यों नही सोये |
तरीका हमारे जीने का थोड़ा सा अलग है…..
हम उम्मीद पर नहीं…. अपनी जिद पर जीते हैं…..