Mausam Shayari in Hindi | सावन के मौसम पर शायरी

Mausam Shayari in Hindi | सावन के मौसम पर शायरी | Barish Mausam Shayari in Hindi | ब्यूटीफुल बारिश शायरी | Barish ke Mausam Shayari | सुहाने मौसम पर शायरी |

Mausam Shayari in Hindi

मौसम हुआ बारिश का आपकी याद हमें आने लगी,
हुई बारिश शुरू आपकी याद हमें खाने लगी,
बारिश हुई तेज हमारी रूह आपको बुलाने लगी,
आप आए नहीं आज भी देखो बारिश फिर से जाने लगी.

 

आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया
ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया।
बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।।

 

आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया
ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया
बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया.

 

बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है,
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं,
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है.

 

तेरे चेहरे को देख दिल में सवाल होता है
तेरी जुल्फों से भी हाय….. क्या कमाल होता है
गलों से भी दिल में बवाल होता है
पर तेर दिल को देख मुझको मलाल होता है….

 

आज ठण्ड लग रहा है इस गर्मी के मौसम में
दिल थोड़ा रो रहा है उसके यादो की धड़कन में
तुम मान जाओ नहीं जी पाएंगे तुम्हारे बिना
जो चाहे करवा लो पर तुम्ही हो मेरे कण कण में

 

मिला हूँ ख़ाक में ऊँची मगर औकात रखी है,
तुम्हारी बात थी आखिर तुम्हारी बात रखी है,
भले ही पेट की खातिर कहीं दिन बेच आया हूँ,
तुम्हारी याद की खातिर भी पूरी रात रखी है।

 

बारिश आई थी बादल गरजे थे,
हर जगह उनके फिजा ए मौसम महकाने के चर्च थे,
पर एक हम ही नजारों का मजा न ले पाए,
यहाँ जो तेरे इम्ताहानो से निकल जाने को तरसे थे!

आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया,
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया,
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से,
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया !

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