तो कैसे है आप लोग उम्मीद करते है अच्छे होंगे! आज की पोस्ट में हम “Dil Shayari in Hindi” लेकर आये हैं ऐसी दिल शायरियाँ जिन्हे आप किसी अपने प्रेमी के साथ शेयर करके आसानी से अपने दिल की बात “दिल शायरी” के साथ कर सकते हैं।
दोस्तों हमारा दिल भी बड़ा अजीब होता है दिल ही वो जगह है जहां से सारे एहसास होकर गुजरते हैं, गुजरते क्या हैं बल्कि वहीं ठहरते हैं। मिलन का सुख, जुदाई का दुख, उत्साह, ईर्ष्या सभी का पनाहगाह है-दिल।
Dil Shayari in Hindi
ना पूछ दिल की हकीक़त मगर ये कहता है,
वो भी बेक़रार रहे जिसने बेक़रार किया।
मानता ही नहीं कमबख्त दिल उसे चाहने से,
मैं हाथ जोड़ता हूँ तो ये पाँव पड़ जाता है।
दिल के रिश्तों की नज़ाकत को वो क्या जाने,
नरम लफ़्ज़ों से भी लग जाती हैं चोटें अक्सर।
दिल से खयाल-ए-यार को टाले हुए तो हैं,
हम जान दे के दिल को संभाले हुए तो हैं।
बेनाम सा यह दर्द ठहर क्यों नही जाता,
जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नही जाता,
वो एक ही चेहरा तो नही सारे जहाँ मैं,
जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नही जाता।
इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैं,
गम रहे, दम रहे, फरियाद रहे या तेरी याद।
काश खुदा ने ये दिल काँच का बनाया होता,
तोड़ने वाले के हाथ में ज़ख्म तो आया होता।
ना तसवीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
ना तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
ना कुछ कहा जाये ना तुम बिन रहा जाये।
मुझे रिश्तो की लम्बी कतारों से क्या मतलब?
कोई दिल से हो मेरा तो एक शख्स ही काफी है।
सौ बार कहा दिल से चल भुल भी जा उसको।
हर बार कहा दिल ने तुम दिल से नही कहते।
Dil Shayari in Hindi
दिल वो है कि फ़रियाद से लबरेज है हर वक़्त,
हम वो हैं कि कुछ मुँह से निकलने नहीं देते।
निगाहें बोलती हैं जब जुबान खामोश रहती है,
दिलों की धड़कनें ही तब दिलों की बात कहती हैं।
उसके सिवा किसी और को चाहना मेरे बस में नहीं है,
ये दिल उसका है अपना होता तो और बात होती।
एक लफ्ज मोहब्बत का इतना सा फसाना है,
सिमटे तो दिल-ए-आशिक बिखरे तो जमाना है।
मेरे लबों का तबस्सुम तो सबने देख लिया,
जो दिल पे बीत रही है वो कोई क्या जाने।
अब जिस के जी में आये वही पाये रौशनी,
हम ने तो दिल जला कर सरेआम रख दिया।
वो रास्ता जो हमें उसके दिल तक ले जाता,
उम्र सारी उसी रस्ते की तलाश में गुजरी।
आँखों में तेरी डूब जाने को दिल चाहता है,
इश्क में तेरे बर्बाद होने को दिल चाहता है,
कोई संभाले बहक रहे है मेरे कदम,
वफ़ा में तेरी मर जाने को दिल चाहता है।
कसम से कोई नहीं सिवा तेरे मेरे ऐ दिल,
यकीन मानो ये दरवाजा फ़क़त हवा से खुला।
Dil Shayari in Hindi
मुस्कुराने से भी होता है दर्द-ए-दिल बयां,
किसी को रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं।
एक बार लिया हमने होंठों से उसका नाम,
दिल होंठों से लड़ पड़ा कि वो सिर्फ मेरा है।
दिल मजबूर हो रहा है तुम से बात करने को
बस जिद ये है कि बात की शुरुआत तुम करो।
दिल की भी हैं अपनी ही ग़ुस्ताख़ियाँ बड़ी,
किसे कब क्यूँ चाहे कोई खबर नहीं।
ये भी एक तमाशा है इश्क-ओ-मोहब्बत में,
दिल किसी का होता है जोर किसी का चलता है।
फिर उसकी याद फिर उसकी आस फिर उसकी बातें,
ऐ दिल… लगता है तुझे तड़पने का बहुत शौक है।
आँसू नहीं हैं आँख में लेकिन तेरे बगैर,
तूफान छुपे हुए हैं दिले-बेकरार में।
फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका ग़ुरूर,
फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कुसूर।
ज़ख्म लगा के मेरे दिल पे बड़ी सादगी के साथ,
टूटे हुए मेरे दिल का क्या पूछते हो?
ठुकरा दिया जो तुमने मोहब्बत को इस तरह,
पलट पलट के प्यार से क्या देखते हो?
Dil Shayari in Hindi
जी तो चाहता है कि तुझे दिल में छुपा लूँ मैं
मगर न कभी वक़्त ने इजाजत दी ना तुमने।
इक छोटी सी ही तो हसरत है इस दिल ए नादान की,
कोई चाह ले इस कदर कि खुद पर गुमान हो जाए।
मुझे नही पता कि ये बिगड़ गया या सुधर गया,
बस अब ये दिल किसी से मोहब्बत नही करता।
तेरे लिए कभी इस दिल ने बुरा नहीं चाहा,
ये और बात हैं कि मुझे ये साबित करना नहीं आया।
काम अब कोई न आएगा बस इक दिल के सिवा,
रास्ते बंद हैं सब कूचा-ए-क़ातिल के सिवा।
हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका,
मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया।
लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया,
जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया,
पहले कहाँ ये नाज़ थे ये इश्वा-ओ-अदा,
दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।
हजारों ना-मुकम्मल हसरतों के बोझ तले,
ऐ दिल तेरी हिम्मत है, जो तू धड़कता है।
अभी कमसिन हो रहने दो कहीं खो दोगे दिल मेरा,
तुम्हारे ही लिए रक्खा है ले लेना जवाँ हो कर।
फडफड़ाता है जो दिन रात मेरे सीने में,
अब यही एक परिंदा है रिहा होने को।
Dil Shayari in Hindi
बहुत देता है तू उसकी गवाहियाँ और सफाईयाँ,
समझ नहीं आता तू मेरा दिल है या उसका वकील।
राज़-ए-हक़ीकत जानने वाले देखिये क्या कहते हैं,
दिल को मेरा दिल नहीं उनकी तमन्ना कहते हैं।
हाल-ए-दिल तो खुल चुका है हर शख्स पर,
हाँ मगर इस शहर में इक बेखबर भी देखा है।
खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से,
तुम जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से।
मोहब्बत की गवाही अपने होने की ख़बर ले जा,
जिधर वो शख़्स रहता है मुझे ऐ दिल उधर ले जा।
तुम्हारा दिल मेरे दिल के बराबर हो नहीं सकता,
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता।
कभी पत्थर कहा गया तो कभी शीशा कहा गया,
दिल जैसी एक चीज़ को क्या-क्या कहा गया।