Bewafa Darad Bhari Shayari in Hindi | दर्द भरी शायरी इन हिंदी | प्यार में धोखा बेवफा शायरी फोटो | Dard Bhari Dhokha Shayari | लव में धोखा शायरी | प्यार में धोखा शायरी हिंदी में..
Bewafa Darad Bhari Shayari
तुझे फुर्सत कहाँ है चाहत वालो से बात करने की,
वो हम है जो हर रात तेरी खैरियत की दुआ माँग के सोते हैं।
जो भुला न सके वो दर्द कोई अपना था,
ख़ामोश होकर दिल को समझाया प्यार बस सपना था।
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज है जिन्दगी की,
की सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है।
जो लोग आप पर मरते हैं,
कोशिश करें की आप उन्हे ज़िंदा रख सकें।
मोहब्बत रंग दे जाती है जब दिल दिल से मिलता है,
मगर मुश्किल तो ये है दिल बड़ी मुश्किल से मिलता हैं।
जहां गुंज़ाइशें है वहीं हर रिश्ता ठहरता है,
आज़माइशें अक्सर रिश्ते तोड़ देती है।
फ़रियाद कर रही है ये तरसती हुई निगाह,
देखे हुए किसी को कई दिन गुज़र गए।
जिन्दगी है दो दिन की, कुछ भी न गिला कीजीए,
दवा, जहर, जाम, ईश्क जो भी मिले चखा कीजीए।
तुम मेरी आँख के बारे में बहुत पूछते हो ना,
ये वो खिड़की है जो दरिया की तरफ़ खुलती है,..
आखिर हम दोनों ने ही छोड़ दी फ़िक्र करनी,
उसने मेरी और मैंने खुद की।
फा़सलों से अगर मुस्कुराहट लौट आये तुम्हारी,
तो तुम्हें हक़ है कि तुम दूरियाँ बना लो मुझसे।
वो मेरे जिस्म में पैबस्त हो गया है खंजर की तरह,
जो निकालने की कोशिश करूँ तो दर्द बढ़ जाता है।
पलकों से पानी गिरा है तो उसे गिरने दो,
सीने में जरूर कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी।
मुझे नही मतलब कौन किसके साथ कैसा है,
जो मेरे साथ अच्छा है वो मेरे लिए अच्छा है।
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी,
इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता।
किसी की बातें बेमतलब सी,
किसी की खामोशियाँ कहर सी हैं।
ऐ आईने तेरी भी हालत अजीब है मेरे दिल की तरह;
तुझे भी बदल देते हैं यह लोग तोड़ने के बाद।
क़त्ल ही करना था तो खंज़र उठा लेते,
क्या ज़रूरत थी मुस्कुराने की।
एक अजीब सी जंग छिड़ी है रात के आलम में,
आँख कहती है सोने दे, दिल कहता है रोने दे।
ये जो मुस्कराहट का लिबास पहना है मैंने,
दरअसल खामोशियों को रफ़ू करवाया है।
गज़ब की ताकत है दोस्तों की महफ़िल में,
बिखरती सांसो में जान फूंक देते हैं।
वो मेरे पास थी मेरे पास है और पास ही रहेगी,
ख़ुदा का शुक्र है यादों की कोई उम्र नहीं होती।
क्या पता तुम कब भूल जाओ ये मोहब्बत,
जिसे मै जिंदगी और तुम एक लफ्ज़ कहते हो।
सारी उम्र तो कोई जीने की वजह नहीं पूछता,
लेकिन मौत वाले दिन सब पूछते है कि कैसे मरे।
दर्द-ए-दिल खुल के आज सुना दूँ सबको,
जी चाहता है कुछ ऐसा लिखूं के रुला दूँ सबको।
दर्द है की खतम ही नहीं हो रहा,
और दोस्त कहते है की मुस्कुरा कर तो देख।
सादगी अगर हो लफ्जो मे यकीन मानो,
प्यार बेपनाह और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते हैं !!
अकेलेपन से इस कदर डर लगता है,
सफ़र ही अब तो हमसफ़र लगता है।
सर्दियों में धूप तलाशते हैं और गर्मियों में छांव,
ये तलाश भी बड़ी बेवफ़ा चीज़ होती है।
टूट कर चाहने की चाह में हम टूट कर बिखर गए,
उन्हें क्या फर्क पड़ा, हम उजड़ गए वो निखर गए।
तेरी ख़ामोशी पर फ़िदा तो हम है ही,
कुछ कह दो तो शायद फ़ना हो जाएँ।
मेरे अकेले रहने की एक वजह ये भी है,
की मुझे झूठे लोगों से रिश्ता तोड़ने में देर नहीं लगती।
❝दिल अब पहले सा मासूम नहीं रहा,
पत्थर तो ना बन सका लेकिन मोम भी नहीं रहा।❜❜
❝तुम्हें लगता था की मैं जानता कुछ भी नहीं,
मुझे पता था की रास्ता बदल रहे हो तुम।❜❜
❝बडी देर कर दी मेरा दिल तोडने में,
न जाने कितने शायर आगे चले गये !!❜❜
Bewafa Darad Bhari Shayari
❝यार ग़म ख्वार मेरे हाल को सब पूछते है,
और फिर पूछ के सब कहते है किस्मत तेरी।❜❜
❝कौन मेरी चाहतों का फसाना समझेगा इस दौर में,
यहाँ तो लोग अपनी जरुरत को मोहब्बत कहते हैं।❜❜
❝कभी बातों से बात बिगड़ भी जाती है,
कभी ख़ामोशियाँ रिश्ता संभाल लेती ह। ❜❜
❝मेरी लिखी किताब, मेरे ही हाथो मे देकर वो कहने लगी,
इसे पढा करो तो मोहब्बत सीख जाओगे ! ❜❜
❝मोहब्बत और चुनाव दोनो का महीना है,
काश कोई हमसे भी गठबन्धन कर ले। ❜❜
❝इश्क़ लिखने को इश्क़ होना बहुत जरूरी है,
जहर का स्वाद बिना पिए कोई कैसे बताएगा? ❜❜
❝पता नहीं क्यूँ जीना मजबूरी सा हो गया है,
खुश दिखना खुश रहने से ज्यादा जरूरी सा हो गया है।❜❜
❝काश कोई अपना संभाल ले मुझको,
बहुत कम बचा हूँ बिल्कुल दिसम्बर की तरह।❜❜
❝आसान नही हे उस शख्स को समझना,
जो जानता सब हे लेकिन बोलता कुछ नही।❜❜
❝किसी ने पूछा दिल की खूबी क्या है ? हमने कहा,
हज़ारों ना मुक्म्मल उम्मीदों के नीचे दब कर भी धड़कता है।❜❜
❝हम लफ़्ज़ो में भी तुम्हें बयाँ न कर सके,
तुमने खामोश रहकर भी मुझे गुनगुना दिया।❜❜
❝लोग इन्तजार करते रह गये कि हमें टूटा हुआ देखें,
और हम थे कि सहते सहते पत्थर के हो गये।❜❜
❝अजीब किस्सा है जिन्दगी का,
अजनबी हाल पूछ रहे हैं और अपनो को खबर तक नहीं।❜❜
❝जो लम्हा साथ हैं उसे जी भर के जी लेना,
कम्बख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं हैं।❜❜
❝रिश्ता क्या है ये जानने से अच्छा है,
अपनापन कितना है, ये महसूस किजिए।❜❜
❝हमें मालूम था अपनी दिल्लगी का नतीजा,
तभी मोहब्बत से पहले शायरी सीखी है हमने।❜❜
❝चुपचाप गुज़ार देगें तेरे बिना भी ये ज़िन्दगी,
लोगो को सिखा देगें मोहब्बत ऐसे भी होती है।❜❜
❝इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए,
खुशियों का संसार नज़र आएगा।❜❜
❝मंज़िले हमारे करीब से गुज़रती गयी जनाब,
और हम औरो को रास्ता दिखाने में ही रह गये।❜❜