
Alone Shayari in Hindi | 500+ तन्हाई भरी शायरी हिंदी में
तो कैसे है आप लोग उम्मीद करते है अच्छा होंगे ! इस बार हम आपलोगो के लिए बहुत ही बेहतरीन Sad Alone Shayari in Hindi, Alone Shayari in Hindi, तन्हाई भरी शायरी हिंदी में लाया है।
इस पोस्ट में हम हर तरह की शायरी जैसे Leave Me Alone Status,Tanha Status, Alone Status two line इत्यादि भी लाया है। अगर आप भी Alone Hindi Shayari ढूंढ रहे हे तो ये Shayari आप के लिए है। मुझे उम्मीद हे की पोस्ट आपको ये बहुत ही पसंद आएगा।
Alone Shayari in Hindi
सुबकती रही रात अकेली तनहाइयों के आगोश़ में,
और वो काफ़िर दिन से मोहब्बत कर के उसका हो गया।
कैसे गुजरती है मेरी हर एक शाम तुम्हारे बगैर,
अगर तुम देख लेते तो कभी तन्हा न छोड़ते मुझे।
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे,
मुझसे कर लो मोहब्बत मैं तो बेवफा भी नहीं।
लौट आओ और मिलो उसी तड़प से,
अब तो मुझे मेरी वफाओं का सिला दे दो,
देखे हैं बहुत इसने तन्हाई के मौसम,
अब तो मेरे दिल को अपने दिल से मिला दो।
एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरवाई भी,
ऐसा तो कम ही होता है वो भी हो तन्हाई भी।
शाम से आँख में नमी सी है,
आज फिर आप की कमी सी है।
मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा है,
वो तारों में तन्हा है और मैं हजारों में तन्हा।
जरुरत जब भी थी मुझको किसी के साथ की,
उन्हीं मखसूस लम्हों में मुझे छोड़ा है अपनों ने।
ख्वाब बोये थे और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में यारों बहुत घाटा है।
घर बना कर मेरे दिल में वो छोड़ गया,
न खुद रहता है न किसी और को बसने देता है।
Alone Shayari in Hindi
कभी पहलू में आओ तो बताएँगे तुम्हें,
हाल-ए-दिल अपना तमाम सुनाएँगे तुम्हें,
काटी हैं अकेले कैसे हमने तन्हाई की रातें,
हर उस रात की तड़प दिखाएँगे तुम्हें
उसके दिल में थोड़ी सी जगह माँगी थी
मुसाफिरों की तरह,
उसने तन्हाईयों का एक शहर मेरे नाम कर दिया।
मेरी तन्हाई मार डालेगी दे दे कर तानें मुझको,
एक बार आ जाओ इसे तुम खामोश कर दो।
मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना,
बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने।
मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज़्र के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।
चले भी आओ कि मैराज़-ए-इश्क हो जाए,
आज की रात अकेला हूँ मैं खुदा की तरह।
मेरी है वो मिसाल कि जैसे कोई दरख़्त,
चुप-चाप आँधियों में भी तन्हा खड़ा हुआ।
वो भी बहुत अकेला है शायद मेरी तरह,
उस को भी कोई चाहने वाला नहीं मिला।
फिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझको,
मेरी तन्हाई का एहसास दिला दो मुझको,
तुम तो चाँद हो तुम्हें मेरी ज़रुरत क्या है,
मैं दिया हूँ किसी चौखट पे जला दो मुझको।
कांटो सी चुभती है तन्हाई,अंगारों सी सुलगती है
तन्हाई, कोई आ कर हमें ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।
Alone Shayari in Hindi
तुम्हारे बगैर ये वक़्त ये दिन और ये रात,
गुजर तो जाते हैं मगर गुजारे नहीं जाते।
ऐ शम्मा तुझपे ये रात भारी है जिस तरह,
हमने तमाम उम्र गुजारी है उस तरह।
कुछ लोग जमाने में ऐसे भी तो होते हैं,
महफिल में तो हंसते हैं तन्हाई में रोते हैं।
एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम,
दुसरे ही पल ख्वाब बनकर उड़ जाते हो तुम,
जानते हो की लगता है डर तन्हाइयों से,
फिर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो तुम।
हर वक़्त का हंसना तुझे बर्बाद ना कर दे,
तन्हाई के लम्हों में, कभी रो भी लिया कर।
कितनी फ़िक्र है कुदरत को मेरी तन्हाई की,
जागते रहते हैं रात भर सितारे मेरे लिए।
आता नहीं है जीना उस नादान के बगैर,
काश उस शख्स ने मरना भी सिखाया होता।
मेरी तन्हाइयां करती हैं जिन्हें याद सदा,
उन को भी मेरी ज़रुरत हो ज़रूरी तो नहीं।
तू नहीं तो ये नजारा भी बुरा लगता है,
चाँद के पास सितारा भी बुरा लगता है,
ला के जिस रोज छोड़ा है तूने भंवर में मुझे,
मुझे दरिया का किनारा भी बुरा लगता है।
अभी ज़िंदा हूँ, लेकिन सोचता रहता हूँ अकेले में,
कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैंने।
Alone Shayari in Hindi
दिल को आता है जब भी ख्याल उनका,
तस्वीर से पूछते हैं फिर हाल उनका।
उसे पाना उसे खोना उसी के हिज्र में रोना,
यही गर इश्क है तो हम तन्हा ही अच्छे हैं।
एक लहजा नहीं करार जी को,
मौत आये बस ऐसी जिंदगी को।
कैसे दिन आये कि तेरा ज़िक्र फ़साना हुआ है,
ऐसे लगता है तुझे देखे ज़माना हुआ है।
तेरे साथ होने तक ही महसूस हुई जिंदगी,
न तेरे आने से पहले न तेरे जाने के बाद।
उम्मीद तो मंज़िल पे पहुँचने की बड़ी थी,
तक़दीर मगर न जाने कहाँ सोयी पड़ी थी,
खुश थे कि गुजारेंगे रफाकत में सफ़र,
तन्हाई मगर बाहों को फैलाये खड़ी थी।
हजार रंग भरे जिंदगी के खाके में,
तेरे बगैर ये तस्वीर नामुकम्मल रही।
हम अंजुमन में सबकी तरफ देखते रहे,
अपनी तरह से कोई हमें अकेला नहीं मिला।
खुदा करे के तेरी उम्र में गिने जाये,
वो दिन जो हमने तेरे हिज्र में गुजारे है।
ना जाने क्यूँ खुद को अकेला सा पाया है,
हर एक रिश्ते में खुद को गँवाया है।
शायद कोई तो कमी है मेरे वजूद में,
तभी हर किसी ने हमें यूँ ही ठुकराया है।
तेरे वजूद की खुशबु बसी है साँसों में,
ये और बात है नजरों से दूर रहते हो।
तेरा पहलू तेरे दिल की तरह आबाद रहे,
तुझपे गुज़रे न क़यामत शब-ए-तन्हाई की।
Alone Shayari in Hindi
आज कुछ ज़िन्दगी में कमी है तेरे बगैर,
ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर,
वक़्त चल रहा है अपनी ही रफ़्तार से,
बस थम गयी है धड़कन एक तेरे बगैर।
अभी अभी वो मिला था हजार बातें कीं,
अभी अभी वो गया है मगर ज़माना हुआ।
जब महफ़िल में भी तन्हाई पास हो,
रोशनी में भी अँधेरे का एहसास हो,
तब किसी खास की याद में मुस्कुरा दो,
शायद वो भी आपके इंतजार में उदास हो।
कैद में इतना ज़माना हो गया,
अब कफस भी आशियाना हो गया।
तुम से बिछड़ के कुछ यूँ वक़्त गुज़ारा,
कभी ज़िंदगी को तरसे कभी मौत को पुकारा।
एक रात क्या गुजरी तेरी तन्हाई में,
गुजर गयी हजारों बारिशें आँखों से।